बिहार का पहला एक्सप्रेस-वे आमस-दरभंगा मिथिलांचल का गेम चेंजर प्रोजेक्ट हैं, जो कि यहां के विकास में मिल का पत्थर साबित होगा। आमस-दरभंगा एक्सप्रेस-वे 189 किलोमीटर लंबे फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य 4 फेज में पूरा किया जाना हैं। वहीं दो फेज के निर्माण कार्य को लेकर टेंडर की प्रक्रिया भी पूरी हो गई है। और इसके तीसरे और अंतिम फेज को भी मंजूरी मिल गई है।
चार फेज में आमस-दरभंगा एक्सप्रेस-वे बनाने की योजना

आमस-दरभंगा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे मिथिलांचल और दक्षिण बिहार का महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट हैं। वहीं इसे चार पैकेज में बनाने की योजना बनाई गई है। चार फेज में बनने वाले आमस-दरभंगा का दो चरण पहले ही पूरा किया जा चुका है। दो फेज के टेंडर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद आमस-दरभंगा एक्सप्रेस-वे के तीसरे और अंतिम फेज को भी मंजूरी मिल गई है। बता दें कि तीसरे फेज में समस्तीपुर के कल्याणपुर से दरभंगा के बलभद्रपुर तक के निर्माण कार्य को लेकर केंद्र सरकार के सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने स्वीकृति देते हुए बजट के अनुरूप 1857.78 करोड़ रुपए की मंजूरी दे दी है।
जीटी रोड को करेगी कनेक्टिविटी प्रदान

केंद्र सरकार की महात्वाकांक्षी भारतमाला परियोजना के तहत आमस-दरभंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य होना हैं। जहां इसकी शुरुआत औरंगाबाद के मदनपुर से शुरू होगी, जो पूरी तरह से फोरलेन सड़क होगी। यह सड़क गया एयरपोर्ट के समीप से होते हुए जीटी रोड को कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। जो गया से जहानाबाद और नालंदा के सीमा से गुजरते हुए पटना के कच्ची दरगाह में मिलेगी। फिर यहां से बिदुपुर के बीच बन रहे छः लेन पुल से चकसिंकदर, महुआ के पूरब से होते हुए ताजपुर जाएगी। वहां से समस्तीपुर के कल्याणपुर से दरभंगा एयरपोर्ट के पास हाइवे से गुजरते हुए जयनगर में समाप्त होगी।
पटना-गया -दरभंगा एयरपोर्ट का सड़क मार्ग से सीधा जुड़ाव

आमस-दरभंगा एक्सप्रेस-वे बिहार के सात जिलों से होकर गुजरेगी। जिसमें औरंगाबाद, गया, नालंदा, पटना, जहानाबाद, वैशाली, दरभंगा और मधुबनी शामिल हैं। इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण इस तरह किया जा रहा है कि ये उत्तर और दक्षिण के जिलों के बीच सीधा कनेक्टिविटी प्रदान कर सकें। आमस-दरभंगा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे बिहार का पहला नॉर्थ साउथ कॉरिडोर हैं, जो झारखंड बॉर्डर से नेपाल बॉर्डर को जोड़ेगा। मगध को मिथिला से जोड़ने वाली आमस-दरभंगा एक्सप्रेस-वे को अब पूरी तरह से मंजूरी मिल गई है। जहां पहले फेज में आमस-गया से हाजीपुर तक की स्वीकृति दी गई थी। दूसरे फेज में हाजीपुर से समस्तीपुर तक की स्वीकृति देने के साथ ही धनराशि भी आवंटित कर दी गई थी। वहीं कुछ दिनों पहले भारत सरकार के सड़क परिवहन मंत्रालय ने तीसरे फेज समस्तीपुर के कल्याणपुर से दरभंगा के बलभद्रपुर तक की मंजूरी दे दिया गया है। आमस-दरभंगा एक्सप्रेस-वे बन जाने से मिथिलांचल और पटना की सीधी कनेक्टिविटी बढ़ेगी। वहीं दरभंगा, पटना और गया एयरपोर्ट का सड़क मार्ग से सीधा जुड़ाव होगा।