बाबा कपिलेश्वर महादेव मंदिर की महिमा अपरंपार, सावन में कांवरियों की भारी भीड़।

Bihar

सावन की दूसरी सोमवारी पर भोलेनाथ के जलाभिषेक के सभी शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती हैं। आज हम आपको मधुबनी जिले के बाबा कपिलेश्वर महादेव मंदिर की महिमा के बारे में बताते चलें कि बाबा कपिलेश्वर की महिमा अपरंपार हैं। इस मंदिर की चर्चा कई धार्मिक ग्रंथों में भी की गई हैं। यह मंदिर दरभंगा और जयनगर रूट पर एनएच-105 के किनारे हैं। बाबा कपिलेश्वर महादेव मंदिर भोलेनाथ यानि देवो के देव महादेव भगवान शिव को समर्पित हैं। यहां भक्तजनों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

सावन माह में श्रद्धालुओं की विशेष भीड़

बाबा कपिलेश्वर महादेव मंदिर में दूर-दराज से श्रद्धालु जलाभिषेक के लिए पहुंचते हैं। और सावन में जलाभिषेक के लिए तो पूरे बिहार से लोग जमा होते हैं। बता दें कि मंदिर परिसर का क्षेत्र काफी बड़ा हैं, और ठीक इसके बीच में भगवान भोलेनाथ का मंदिर हैं। उसके बगल में पार्वती मंदिर, हनुमान मंदिर समेत अन्य देवी-देवताओं के मंदिर हैं। सावन में कांवरियों की भारी भीड़ जलाभिषेक के उमड़ती हैं। वैसे तो यहां साल भर भीड़ रहती है लेकिन सावन माह में श्रद्धालुओं की विशेष भीड़ होती हैं।

होती हैं मनोकामनाएं पूर्ण

बाबा कपिलेश्वर महादेव मंदिर से जुड़ी एक प्राचीन कथा हैं जो आम लोगों के साथ श्रद्धालुओं के लिए प्रसिद्ध हैं। हजारों साल पहले यहां पर एक ऋषि रहते थे, जो भगवान शिव के बहुत बड़े भक्त थे। उस ऋषि का नाम कर्दम ऋषि था, वह भगवान शिव की कड़ी तपस्या और ध्यान किया करते थे। लेकिन उन्हें वहां पर जल नहीं मिल रहा था। तभी वहां पर एक चमत्कार हुआ, और वरूण देव प्रकट हुए और खुद एक तालाब का निर्माण किया, जो कि आज भी मौजूद हैं। कहा जाता है कि जब ऋषि कर्दम ध्यान करते थे तो इसी तालाब का पानी इस्तेमाल किया करते थे। उस समय यह तालाब बहुत छोटा था, जिन्हें वरूण देवता ने खुद बनाया था। मान्यता हैं कि इस मंदिर के तालाब में नहाने से सारे पाप धुल जाते हैं और वह पवित्र हो जाता हैं। वहीं जो निसंतान हैं उन्हें यहां पर भगवान के दर्शन करने पर संतान की प्राप्ति होती हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.