बिहार में अस्पताल की गलती का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ता हैं, ये कोई नई बात नहीं हैं। ताजा मामला राजधानी पटना के कंकड़बाग स्थित महावीर आरोग्य संस्थान का हैं। जिसमें शिवहर की रहने वाली 21 वर्षीय रेखा कुमारी कान का इलाज कराने पहुंची थी। कान के ऑपरेशन के एक दिन बाद रेखा को नर्स ने नस की बजाय आर्टरी में इंजेक्शन लगा दिया।
जान बचाने के लिए कटानी पड़ी हाथ

इंजेक्शन लगते ही रेखा दर्द से तड़पने लगी, धीरे-धीरे हाथ काला होने लगा और खून के धब्बे जमने लगे। जब इसको लेकर डॉक्टर और नर्स को बताया गया, तो उसने कहा कि कुछ नहीं है सब ठीक हो जाएगा। लेकिन ठीक होने के बजाय रेखा का पूरा हाथ काला पड़ गया। अपनी परेशानी और दर्द को लेकर कई बार कहा भी, लेकिन ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर और नर्स ने कोई ध्यान नहीं दिया। उल्टा अस्पताल से निकालने की धमकी देने लगे। इसके बाद पटना के आईजीआईएमएस, एम्स और पीएमसीएच के कई चक्कर लगाने के बाद 12 अगस्त को मेदांता हॉस्पिटल में युवती को अपनी जान बचाने के लिए हाथ कटवाना पड़ा।
परिजनों ने लगाई न्याय की गुहार

अस्पताल और डॉक्टरों की लापरवाही से युवती का हाथ कट गया। बता दें कि नवंबर में युवती की होने वाली शादी भी हाथ की वजह से टूट गई। युवती के पिता 18 साल से मानसिक रूप से दिव्यांग हैं। वहीं युवती के तीन भाई और तीन बहन हैं। इस घटना के बाद कंकड़बाग थाने में एफआईआर दर्ज कराने पहुंचे लेकिन वहां रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। इस मामले को लेकर युवती के परिजनों ने महावीर आरोग्य संस्थान के नर्स और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया हैं, वहीं न्याय मिलने की गुहार लगाई हैं।
