बिहार में शिक्षक की नौकरी का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों की आंखें पथरा गई हैं। दरअसल बिहार में टीईटी, सीटीईटी और बीटीईटी पास अभ्यर्थी शिक्षक नियोजन के सातवें चरण की बहाली का बेताबी से इंतजार कर रहे हैं। बता दें कि इसको लेकर राजधानी पटना में अभ्यर्थियों द्वारा प्रर्दशन भी किया गया था।

शिक्षक बहाली की प्रक्रिया सरकार से जल्द शुरू करने की मांग जोर पकड़ने लगी हैं। सातवें चरण की शिक्षक बहाली को लेकर जल्द से जल्द प्रक्रिया शुरू करने के लिए अभ्यर्थियों ने बीते दिनों पटना में जमकर बवाल काटा था। अभ्यर्थियों का कहना हैं कि छठे चरण का जो बैकलॉग हैं उसे सातवें चरण में मर्ज कर नये सिरे से नियोजन किया जाए। इसके लिए सरकार तैयार नहीं हुई और आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों पर पुलिस ने बल प्रयोग किया।

हालांकि पिछले सरकार में शिक्षा मंत्री रहे विजय कुमार चौधरी ने कहा था कि सितंबर माह के पहले सप्ताह में सातवें चरण की बहाली की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी, लेकिन उसके बाद सरकार बदल गई। बिहार में शिक्षक नियोजन का छठा चरण करीब-करीब पूरा हो गया हैं।

बताते चलें कि छठे चरण में 1.22 लाख पदों पर बहाली के लिए वैकेंसी निकाली गई थी। लेकिन 43 हजार शिक्षकों की बहाली हो पाई, और करीब 79 हजार पद रिक्त रह गए। इनमें प्राथमिक और मध्य विद्यालय के साथ-साथ हाई स्कूल और +2 के पद भी शामिल हैं। वहीं सातवें चरण की बहाली में आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन होगी, इसकी वजह यह हैं कि ऑफलाइन आवेदन करने में यात्रियों को काफी परेशानी होती हैं।