बिहार के लाल और इंडियन क्रिकेट टीम के विकेटकीपर ईशान किशन ने दोहरा शतक जड़कर रचा इतिहास, सोशल मीडिया पर छाये ईशान।

Bihar Darbhanga Desh Khel Manoranjan Uncategorized

बिहार के लाल और इंडियन क्रिकेट टीम के विकेटकीपर ईशान किशन ने तीसरे वनडे INDIA vs BANGLADESH मैच में बांग्लादेश के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन किया। ईशान किशन ने बांग्लादेश के खिलाफ 210 रन बनाए, जिसमें 24 चौके और 10 छक्के जड़े। इसी के साथ बिहार के लाल ईशान किशन ने क्रिकेट जगत में नया रिकॉर्ड बनाया। बताते चलें कि ईशान दोहरा शतक लगाने वाले चौथे भारतीय बैटर हैं।

जानकारी के लिए बता दूं कि इससे पहले भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और रोहित शर्मा ऐसा कर चुके हैं। वहीं ओवरऑल दुनिया के 07 बल्लेबाज वनडे में दोहरा शतक जड़ चुके हैं, जिसमें 04 भारतीय शामिल हो गए हैं। दोहरे शतक के मामले में भारत क्रिकेट जगत में सबसे पहले नंबर पर आ गया हैं। इंडियन क्रिकेट टीम के विकेटकीपर ईशान किशन की बात करें तो ईशान ने आज अपने 10वें वनडे मैच में बांग्लादेश के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन कर यादगार बना दिया हैं। दोहरे शतक लगाकर ईशान किशन दुनिया के सातवें और भारत के चौथे बल्लेबाज बन गए हैं।

मालूम हो कि ईशान किशन को कप्तान रोहित शर्मा के स्थान पर टीम में जगह दी गई थी। ईशान किशन आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। इस मुकाम तक पहुंचने के लिए ईशान ने काफी संघर्ष किया हैं तब जाकर ईशान को सफलता मिली हैं। ईशान के बारे में बता दें कि वे बचपन से ही क्रिकेट में दिलचस्पी रखते थे। महज सात साल की उम्र से उन्होंने अपने पैर मैदान की तरफ बढ़ाने शुरू कर दिए थे।

ईशान किशन का जन्म 18 जुलाई 1998 को पटना में हुआ था। पापा पेशे से बिल्डर हैं, इनका पैतृक निवास औरंगाबाद जिले के दाउदनगर अनुमंडल अंतर्गत गोरडीहा गांव में हैं। वहीं दादी सावित्री सिन्हा नवादा में सिविल सर्जन थी। जिन्होंने रिटायरमेंट के बाद नवादा में अपना आशियाना बना लिया। लेकिन ईशान के माता-पिता पटना में रहते हैं। बचपन से ईशान की क्रिकेट में रूचि थी। यहीं वह वजह थी जो ईशान के मां को परेशान कर रही थी। बेटा क्रिकेट की वजह से पढ़ाई से दूर जा रहा था। यहां तक कि पढ़ाई में कमजोर होने से एक बार स्कूल से भी निकाल दिया गया था।

ईशान को क्रिकेट की वजह से मां से डांट खानी पड़ती थी। लेकिन पिता और भाई ने प्रोत्साहन बढ़ाया। जिसके बाद फिर कोच संतोष कुमार ने साथ दिया। ईशान में क्रिकेट खेलने का जोश और जुनून देखकर शहर छोड़ने की सलाह दी जिससे वो आगे बड़े स्तर पर क्रिकेट खेलने के लिए तैयार हो सके। लेकिन मां बाहर भेजने को राजी नहीं थी। आखिरकार बेटे के जोश और उत्साह देख मां ने जाने की अनुमति दे दी। कोच के कहने पर ईशान ने झारखंड के लिए खेलना शुरू किया।

बताते चलें कि ईशान किशन ने मार्च 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ अपना पहला इंटरनेशनल मैच खेला। वहीं इससे पहले ईशान अंडर-19 विश्व कप के लिए बतौर कप्तान इंडियन टीम का प्रतिनिधित्व किया हैं। घरेलू क्रिकेट में झारखंड और आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हैं। इंडियन प्रीमियर लीग 2022 के सबसे मंहगे खिलाड़ी ईशान रहे हैं। आज इंडिया और बांग्लादेश के मैच में ईशान ने तेज दोहरा शतक जड़कर इतिहास रच दिया हैं। सोशल मीडिया पर बधाई देने से लेकर रील्स और मीम्स बनने का सिलसिला जारी हो गया हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.