देश बदल रहा हैं, लोग बदल रहे हैं लेकिन गांव-तबकों में रहने वाले अधिकांशतः लोगों की सोच नहीं बदली। बताते चलें कि ताजा मामला मुजफ्फरपुर का हैं, जहां एक विधवा आंगनबाड़ी सेविका की शादी से खफा समाज ने तुगलकी फरमान जारी कर दिया। दरअसल मामले की तह में जाकर बता दें कि देवरिया थाना क्षेत्र के चांद केबाड़ी पंचायत के वार्ड नंबर -15 की आंगनबाड़ी सेविका अनुराधा कुमारी ने गांव के एक युवक धमेंद्र से कुछ दिनों पहले ही शादी कर ली। इससे स्थानीय लोगो ने नाराज़ होकर दोनों को गांव छोड़ने का आदेश दे दिया।

पीड़िता आंगनबाड़ी सेविका अनुराधा कुमारी द्वारा बताई गई जानकारी के अनुसार उसकी शादी साल 2015 में हुई थी। लेकिन पिछले वर्ष बीमार होने की वजह से पति की मृत्यु हो गई। पति के देहांत के बाद गांव के युवक धमेंद्र कुमार के सहयोग से वह आंगनबाड़ी में काम करने लगी। इसी बीच लोग उसे और युवक को लेकर तरह-तरह की बातें करने लगे, जिससे परेशान होकर उसने शादी कर ली। शादी करने की एक वजह ये भी थी कि कोई उसके चरित्र पर उंगली ना उठाएं, लेकिन मामला अब और भी पेचीदा हो गया हैं।

अनुराधा और धमेंद्र को शादी करने के बाद लगा था कि सारी मुश्किलें हल हो गई हैं। लेकिन गांव के लोगों ने पंचायत बुलाकर दोनों को 25 जुलाई तक गांव छोड़ने का फरमान जारी किया हैं। वहीं गांव ना छोड़ने पर बुरा हाल करने की धमकी भी दी गई हैं। इसको लेकर नवविवाहित जोड़ा अनुराधा और धमेंद्र ने एसएसपी और डीएम को आवेदन देकर न्याय मिलने और सुरक्षा की गुहार लगाई हैं। इस मामले को लेकर एसडीएम ने कहा कि मामले की जांच की जा रही हैं। दोनों बालिग हैं और गांव छोड़ने का लोगों द्वारा दिया गया आदेश कानूनन अपराध हैं।
