
दरभंगा में एम्स का सपना अब लगता हैं जल्द ही साकार होगा। जी हां बताते चलें कि दरभंगा में शोभन-एकमी बाईपास किनारे एम्स निर्माण कार्य का रास्ता साफ होने के बाद आज फिर अच्छी खबर मिली हैं। जैसा कि सबको पता ही है शोभन-एकमी बाईपास के किनारे राज्य सरकार ने जो जमीन एम्स बनाने के लिए दिया है, लो सड़क से काफी नीचे हैं। इसको लेकर बजट सत्र के दौरान मुद्दा उठाया गया था, जिसमें इस जमीन को एम्स के लिए उपयुक्त नहीं बताया गया।

एम्स के लिए सरकार द्वारा चिन्हित कराया गया जमीन लो लैंड और सड़क से 28 फीट नीचे हैं। मिट्टी भराई में करोड़ों रुपए लागत आने का मुद्दा उठाया गया था। जिसपर राज्य सरकार द्वारा उस जमीन को लेकर अच्छा बताते हुए देख लेने तक की बात कही गई। हालांकि इसको देखने -दिखाने की बात कहां तक पहुंची, ये मामला आगे नहीं बढ़ा। परंतु आज कैबिनेट ने एम्स की जमीन पर मिट्टी भराई के लिए 03 अरब 09 करोड़ 29 लाख 59 हजार रुपए की प्रशासनिक स्वीकृति दे दी।

कैबिनेट से एम्स की जमीन पर मिट्टी भराई के लिए राशि स्वीकृत होते ही दरभंगा में एम्स का सपना जल्द धरातल पर उतरने की उम्मीद बढ़ चली हैं। एम्स निर्माण कार्य से पहले एम्स की जमीन पर मिट्टी भराई और समतलीकरण करना जरूरी हैं। जिसके बाद निर्माण कार्य आगे बढ़ेगा। अब वह दिन दूर नहीं, जब दरभंगा में एम्स निर्माण की प्रक्रिया तेज होगी और जल्द ही एम्स का सपना साकार होगा।

राज्य सरकार द्वारा शोभन-एकमी बाईपास के किनारे एम्स निर्माण को लेकर हरी झंडी पहले ही दिखाई जा चुकी हैं। वहीं बिहार मेडिकल सर्विसेज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कॉरपोरेशन ने मिट्टीकरण और चहारदीवारी निर्माण के लिए टेंडर के लिए विज्ञापन जारी कर दिया हैं। इसके तहत एम्स निर्माण के लिए निर्माण एजेंसी द्वारा 06 माह के अंदर मिट्टी भराई और चहारदीवारी का काम पूरा किया जाना हैं।

दरभंगा में एम्स के निर्माण से शहर के विकास और विस्तार में तो तेजी आएगी ही, वहीं इससे उत्तर बिहार समेत नेपाल के लोग लाभान्वित होंगे। कारण अभी भी लोगों को बेहतर इलाज के लिए पटना, दिल्ली का रूख करना पड़ता हैं, लेकिन दरभंगा में एम्स बन जाने के बाद सुदूरवर्ती इलाकों समेत यूं कहें तो उत्तर बिहार के लोगों के लिए वरदान साबित होगा।
