दरभंगा एम्स का सपना जल्द साकार, एम्स निर्माण की प्रक्रिया बढ़ी आगे।

Darbhanga

दरभंगा में एम्स के निर्माण हेतु ज़मीन हस्तांतरण को लेकर अच्छी खबर सामने आई है। जिसके बाद कई सालों से अटका दरभंगा एम्स का निर्माण ज़मीनी स्तर पर शुरू होने की उम्मीद जागी है। बिहार का दूसरा एम्स दरभंगा में बनने का सपना अब साकार होने की दिशा में आगे बढ़ चला हैं। बताते चलें कि इसको लेकर डीएमसीएच के प्राचार्य डॉ कृपानाथ मिश्रा ने एम्स के कार्यपालक निदेशक डॉ माधवानंद कार को 81.09 एकड़ जमीन का कागज हस्तगत कराया हैं।

मंगलवार को डीएमसीएच ने एम्स को सौंपी 81 एकड़ जमीन

इस मौके पर दरभंगा के जिलाधिकारी राजीव रौशन और डीएमसीएच के अधीक्षक मौजूद रहे। जहां भारतीय गैर न्यायिक स्टांप पत्र पर हस्ताक्षर कर एम्स के डायरेक्टर को प्रथम चरण की 81 एकड़, नौं डिसमिल, 650 वर्गकड़ी जमीन हस्तांतरित की गई हैं। बिहार में दूसरे एम्स बनाने की स्वीकृति केंद्र सरकार ने 2015 के बजट में दी थी। जिसके बाद बिहार में दरभंगा मेडिकल कॉलेज & हॉस्पिटल की 200 एकड़ जमीन पर एम्स निर्माण को केंद्रीय कैबिनेट ने अपनी मंजूरी प्रदान कर दी।

निर्माण प्रक्रिया बढ़ेगी आगे

इसी कड़ी में एम्स निर्माण हेतु प्रस्तावित स्थल पर मिट्टीकरण का काम बहुत पहले शुरू किया जा चुका हैं। जहां मिट्टीकरण के साथ समतलीकरण कर जमीन एम्स को मुहैया कराया जाना था। इसी क्रम में आखिरकार 81 दशमलव शून्य नौं एकड़ जमीन एम्स को हस्तांतरित कर दिया गया। मालूम हो कि दरभंगा एम्स की परियोजना वर्ष 2015 से केवल कागजों पर दौड़ रही थी। वहीं दरभंगा के साथ ही 2015 और उसके बाद घोषित कई एम्स को ना केवल तैयार किया जा चुका हैं, बल्कि कई ने तो कार्य भी करना शुरू कर दिया हैं। जबकि इसके उलट दरभंगा एम्स अपनी प्रारंभिक अवस्था में ही हैं। लेकिन अब जमीन एम्स को हस्तांतरित होने के बाद इसके निर्माण का रास्ता साफ हो चला हैं।

दरभंगा में उपलब्ध होगी बेहतर मेडिकल सुविधा

दरभंगा एम्स के नये डायरेक्टर डॉ माधवानंद कार की नियुक्ति तथा उनके योगदान के बाद से ही जमीन हस्तांतरण की मांग की जा रही थी। जिसके बाद अब जाकर प्रथम चरण की जमीन विधिवत हस्तांतरित हो गया हैं। और इसके साथ ही दरभंगा एम्स के भवन, चहारदीवारी एवं अन्य निर्माण का रास्ता साफ हो चला हैं। दरभंगा एम्स की बात करें तो इस अस्पताल में 750 बेड की व्यवस्था होगी। वहीं इसके निर्माण पर 1264 करोड़ रुपए की लागत राशि खर्च की जाएगी। इसके साथ ही दरभंगा एम्स में एमबीबीएस की 100 सीटें, बीएससी नर्सिंग की 60 सीट निर्धारित की गई हैं। इसमें 15 से 20 सुपर स्पेशलिटी डिपार्टमेंट भी होगा‌। दरभंगा में एम्स बन जाने से उत्तर बिहार, पश्चिम बंगाल और नेपाल के लोगों को भी लाभ पहुंचेगा, जो इलाज के लिए अब तक दिल्ली और अन्य राज्यों पर निर्भर थे।

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