दरभंगा एयरपोर्ट आना-जाना किसी पत्थर पर लकीर खींचने से कम नहीं हैं। जी हां, पर्व-त्योहार में महानगरों से दरभंगा एयरपोर्ट की फ्लाइट लेना जेब पर बोझ ही नहीं बल्कि आम-आदमी के महीने भर के खर्च से भी बढ़कर हैं। अब ऐसे में फ्लाइट का मंहगे टिकट लेकर घर कैसे जाया जाय। ये तो और भी मुश्किल हैं, इससे त्योहार में घर लौटने का मजा और भी किरकिरा होने लगा हैं।
त्योहारों में बढ़ी परेशानी

जैसा कि सबको पता हैं, दीपावली और छठ पर्व को लेकर दरभंगा एयरपोर्ट का हवाई किराया तीन गुना से अधिक बढ़ा दिया गया हैं। उड़ान योजना के तहत दरभंगा एयरपोर्ट से हवाई सेवा चालू की गई थी। जिसके बाद लोग कम पैसे में हवाई उड़ान का सपना पूरा होने का ख्वाब देख रहे थे। लेकिन लोगों का ये सपना धरा का धरा ही रह गया। खासकर त्योहारों में लोगों की परेशानी में और भी इजाफा हो जाता हैं, जब किराए में अचानक से वृद्धि हो जाती हैं।
हवाई सफर के सपनों ने तोड़ा दम

फ्लाइट से मंहगा हवाई सफर करना लोगों के बस में नहीं हैं। लोग टिकट लेने में खुद को असमर्थ महसूस कर रहे हैं। इसको लेकर सोशल मीडिया पर लगातार आक्रोश व्यक्त किया जा रहा हैं। किराए वृद्धि को लेकर सरकार और एयरलाइंस पर रोष जता रहे हैं। घर लौटने की बेताबी और मंहगा हवाई किराया लोगों का दम तोड़ रहा हैं। मंहगे हवाई किरायों को लेकर लोग अन्य विकल्पों के बारे में सोचने लगे हैं।
बढ़ा किराया

दरभंगा एयरपोर्ट के किराए की बात करें तो 21 अक्टूबर को दिल्ली से दरभंगा का किराया 12956 रूपए, 22 और 23 अक्टूबर को 14380 रूपए हैं। बेंगलुरु से दरभंगा के लिए 21 अक्टूबर को 13860, 22 अक्टूबर को 17326 और 23 अक्टूबर को 14596 रूपए हैं। मुंबई से दरभंगा के लिए 21 अक्टूबर को 10557, 22 अक्टूबर को 12541 और 23 अक्टूबर को 11293 रूपए हैं। वहीं आम दिनों में दिल्ली-मुंबई और बेंगलुरु से दरभंगा का किराया 4-5 हजार के करीब रहता हैं। लेकिन पर्व-त्योहार आते ही अप्रत्याशित रूप से किरायों में वृद्धि हो जाती हैं।
