दरभंगा एयरपोर्ट उत्तर बिहार का इकलौता वहीं बिहार के सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में शुमार हैं। मालूम हो कि उड़ान योजना के तहत दरभंगा एयरपोर्ट से हवाई सेवा की शुरुआत की गई थी। इसके साथ ही दरभंगा एयरपोर्ट उड़ान योजना के तहत लगातार दूसरे वर्ष भी पहले नंबर पर काबिज रहा हैं। इतना ही नहीं राज्य सरकार ने सफल एयरपोर्ट में शामिल रहने के बाद दरभंगा एयरपोर्ट को जमीन दे दी हैं।

इसी के साथ बता दें कि दरभंगा एयरपोर्ट पर स्थायी टर्मिनल को लेकर लेआउट तैयार हो गया हैं। राज्य सरकार द्वारा जमीन दे दिए जाने के बाद एयरपोर्ट के विकास और विस्तार की प्रक्रिया में तेजी आएगी। दरभंगा एयरपोर्ट पर हवाई सेवा शुरू होने के बाद से ही यात्री सुविधाओं की मांग की जा रही हैं। लेकिन अब जमीन उपलब्ध होने के बाद यह आस पूरी होने की उम्मीद बढ़ चली हैं।

दरभंगा एयरपोर्ट के स्थायी टर्मिनल को लेकर जो लेआउट तैयार किया गया हैं, उस प्लान के मुताबिक स्थायी टर्मिनल 54 एकड़ में बनाया जाएगा। जो एयरपोर्ट के दक्षिण होगा और नॉर्थ ईस्ट कॉरिडोर यानि राष्ट्रीय राजमार्ग-57 से जुड़ेगा। वहीं राज्य सरकार द्वारा दी गई 24 एकड़ अतिरिक्त जमीन पर फ्लाइटों की रात में टेकऑफ और लैंड करने के लिए आईएलएस सिस्टम को लगाया जाएगा।

बताते चलें कि 66 हजार वर्ग मीटर में बनने वाले नये टर्मिनल भवन की ब्लू प्रिंट के अनुसार दरभंगा एयरपोर्ट का मुख्य टर्मिनल दो फेज में बनेगा। इस टर्मिनल की पूरी क्षमता करीब 43 लाख यात्रियों की होगी। हालांकि दरभंगा एयरपोर्ट पर यात्रियों की आवाजाही का दबाव देख टर्मिनल भवन की क्षमता कम आंकी जा रही हैं। इसे लेकर भी लोगों में रोष देखा जा रहा हैं। जिस हिसाब से राज्य सरकार द्वारा जमीन दी गई हैं, वो पर्याप्त हैं। परंतु टर्मिनल भवन की क्षमता कम कर दिया गया हैं, इससे यात्रियों सुविधाओं की कमी हमेशा रहेगी।