दरभंगा एयरपोर्ट को लेकर जो खबर सामने आ रही हैं, वो निराशाजनक हैं। बताते चलें कि आए-दिन दरभंगा एयरपोर्ट को लेकर कुछ ना कुछ खबर सामने आती रहती हैं, लेकिन फिलहाल जो जानकारी सामने आई हैं उसे सुन लोग निराश हैं। आखिरकार क्या हैं माजरा उसके बारे में जानकारी देते चले कि दरभंगा एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाली विमानों की संख्या लगातार कम हो रही हैं। इसका वजह यह हैं कि यात्रियों की संख्या में कमी आना।
टिकट दर अन्य एयरपोर्ट की अपेक्षा अधिक

लोग दरभंगा एयरपोर्ट से हवाई सफर करने में रूचि नही दिखा रहे हैं। जिसका प्रमुख कारण यह भी हैं कि प्रतिकूल मौसम में यात्रियों को दरभंगा से हवाई सफर करना काफी कठिन लगता हैं। जहां प्रवेश द्वार पर टिकट चेक कराने के लिए घंटों खड़े होना पड़ता हैं, वहीं वहां से प्रवेश मिलने के बाद टर्मिनल तक पहुंचने के लिए करीब 200 मीटर की दूरी तय करनी पड़ती हैं। यात्रियों की संख्या में लगातार गिरावट का एक कारण यह भी हैं कि विमानों का किराया अन्य एयरपोर्ट की अपेक्षा काफी अधिक हैं।
फ्लाइट उड़ान को लेकर संशय

लोगों के अनुसार दरभंगा से हवाई यात्रा करना जेब पर अतिरिक्त बोझ हैं। वहीं दरभंगा के बजाय पटना से फ्लाइट लेना सस्ता पड़ रहा हैं। जिसकी वजह से लोग दरभंगा के बजाय पटना का रूख कर रहे हैं। साथ ही दरभंगा से हवाई यात्रा को लेकर यह संशय बना रहता हैं कि फ्लाइट कब रद्द हो जाए, कहा नहीं जा सकता। बता दें कि दरभंगा एयरपोर्ट से अधिकांशतः फ्लाइट के उड़ान भरने का समय दोपहर हैं, जबकि सामान्यतः लोग सुबह में यात्रा करना पसंद करते हैं।
एयरपोर्ट के विस्तार और विकास की प्रक्रिया सुस्त

दरभंगा एयरपोर्ट पर फ्लाइट की संख्या में कमी आना अफसोसजनक हैं। जो टर्मिनल पहले यात्रियों की भीड़ से खचाखच भरा रहता था, वहां अब सूना-सूना रहता हैं। दरभंगा एयरपोर्ट से हवाई सेवा बहाल हुए इतने दिन हो चुके हैं लेकिन बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव हैं। इसे लेकर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया हैं। दरभंगा एयरपोर्ट के विकास और विस्तार की प्रक्रिया केवल कागजों तक ही सिमटी पड़ी है, इसे धरातल पर कब तक उतारा जाएगा कहा नहीं जा सकता। दरभंगा एयरपोर्ट से विमानों और यात्रियों की संख्या में कमी आना काफी निराशाजनक हैं।