ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा एक बार फिर से शर्मसार हो गया हैं। इस बार किसी रिजल्ट या शिक्षण कार्य को लेकर नहीं, बल्कि पीजी हिंदी विभाग के सहायक प्राचार्य की काली करतूत को लेकर विवादों में आ गया हैं। पूरी खबर विस्तार से बताते चलें कि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा के पीजी हिंदी विभाग के सहायक प्राचार्य अखिलेश कुमार, जिन पर छात्र-छात्राओं ने काफी गंभीर आरोप लगाए हैं। सहायक प्राचार्य पर सिर्फ आरोप ही नहीं लगाया गया हैं बल्कि इसका साक्ष्य भी विश्वविद्यालय को को पेश किया गया हैं।

सहायक प्राचार्य अखिलेश कुमार की करतूत जब हद से आगे बढ़ने लगी तो छात्र-छात्राओं का ग़ुस्सा फुट पड़ा। सहायक प्राचार्य अखिलेश कुमार द्वारा लगातार मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना और शोषण के खिलाफ छात्रों ने जमकर वीसी कार्यालय के पास हो हल्ला मचाया, और प्रोफेसर को बर्खास्त करने की मांग करने लगे। WhatsApp पर अभद्र टिप्पणी और अमर्यादित संदेश भेजें जाने को लेकर इसकी शिकायत विश्वविद्यालय प्रशासन से की गई हैं। छात्रों ने सहायक प्राचार्य अखिलेश कुमार के काले करतूत के सबूत के तौर पर ऑडियो और वीडियो व्हाट्सएप चैट भी दिए हैं।

बता दें कि एलएनएमयू दरभंगा के पीजी हिंदी विभाग में अध्ययनरत छात्राओं ने अपने विभाग के सहायक प्राचार्य अखिलेश कुमार पर काफी संगीन आरोप लगाए हैं। छात्राओं के मुताबिक सहायक प्राचार्य देर रात फोन कर उल्टी सीधी और गंदी बातें करते हैं। इतना ही नहीं अपने घर पर आने के लिए जिद करते हैं, साथ ही अपनी अधनंगी तस्वीर भेजा करते हैं। मालूम हो कि सहायक प्राचार्य अखिलेश कुमार मुजफ्फरपुर जिले के दामुचक में कोचिंग सेंटर चलाते थे। उस दौरान भी उनकी हरकतों को लेकर बात मारपीट तक जा पहुंची थी। छात्राओं से अपनी बात मनवाने के लिए फेल तक करने की धमकियां दी जाती हैं। इसमें छात्र को भी नहीं बख्शा गया, बल्कि उनका साथ ना देने वालों को फोन पर मां-बहन की गाली देते हुए अपनी पहुंच का बताकर धौंस जमाते हैं।

वहीं मामला संज्ञान में आने पर हिंदी विभाग के हेड ऑफ डायरेक्टर राजेंद्र साह ने भी सहायक प्राचार्य अखिलेश कुमार के रवैए पर सवाल खड़े करते हुए अपनी रिपोर्ट भेज चुके हैं। एचओडी राजेंद्र साह के अनुसार यह पहला मामला नहीं हैं, इससे पहले भी उनके अमर्यादित व्यवहार को लेकर छात्र-छात्राओं द्वारा खबरें सामने आती रही हैं। कुलपति से इस मामले की शिकायत की गई हैं, जिसको लेकर जांच का आदेश दे दिया गया हैं। इसपर जांच रिपोर्ट सामने आते ही कारवाई की जाएगी। सहायक प्राचार्य अखिलेश कुमार का यह मामला सामने आते ही बिहार के राज्यपाल, उप मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री तक के साथ की तस्वीरें वायरल होने लगी हैं। वहीं दूसरी ओर सहायक प्राचार्य पर लगे आरोप के बाद दफ्तर से वो नदारद हैं, और इसकी जानकारी विभाग में उपस्थित लोगों के पास भी नहीं हैं।