दरभंगा की मेयर अंजुम आरा ने कॉग्रेस का दामन छोड़ जदयू का हाथ थाम लिया हैं। बताते चलें कि 2024 में लोकसभा चुनाव होना हैं, और इसको लेकर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ी हुई हैं। इसी बीच दरभंगा की मेयर अंजुम आरा ने कॉग्रेस को टाटा बाय-बाय कर जदयू का हाथ थाम लिया हैं।

मालूम हो कि दरभंगा की मेयर अंजुम आरा दरभंगा नगर निगम की दो बार वार्ड पार्षद रह चुकी हैं। वहीं अंजुम आरा हाल में ही हुए नगर निगम चुनाव जीतकर महापौर बनी हैं। बता दें कि बिहार में पहली बार मेयर चुनाव सीधे जनता के वोट से हुआ, जिसमें अंजुम आरा को कुल रिकार्ड मत 30114 मिले थे। ऐसे में आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए अंजुम आरा का पार्टी बदलना राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बना हुआ हैं।

2012 में पहली बार अंजुम आरा वार्ड-24 से पार्षद बनी थी। जानकारी के मुताबिक उस वक्त अंजुम आरा का किसी राजनीतिक दल से जुड़ाव नहीं था। उसके बाद 2017 में वार्ड पार्षद चुनी गई और वर्तमान में अंजुम आरा नगर निगम की मेयर हैं। अंजुम आरा अभी तक खुलकर कॉग्रेस के किसी प्रोग्राम में भाग नहीं ले रही थी, लेकिन उनके पति कॉग्रेस में काफी सक्रिय हैं।

आज दरभंगा की मेयर अंजुम आरा को पटना में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने पार्टी की सदस्यता दिलाई हैं। जहां तक दरभंगा की बात हैं तो अंजुम आरा जनता के वोट से मेयर चुनी गई हैं। नगर निगम चुनाव में रिकॉर्ड मत हासिल किए हैं। दरभंगा की राजनीति में अंजुम आरा एक ताकतवर नेता के रूप में सीधा प्रभाव रखती हैं।