
दरभंगा के बेटे एवं सैनिक रंजीत सिंह की पंजाब के अमृतसर में हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई। बताते चलें कि दरभंगा के जाले के जोगियारा गांव के रहने वाले रंजीत सिंह उर्फ मोहन थल सेना के जाट रेजीमेंट के सैनिक थे। रंजीत सिंह के पिता त्रिवेणी सिंह पूर्व पोस्ट मास्टर हैं।

पिता त्रिवेणी सिंह के अनुसार बेटा रंजीत सिंह उनका लाडला पुत्र था। रंजीत सिंह वर्ष 1994 में सेना में अपनी सेवा थल सेना के जाट रेजीमेंट में अपनी सेवा दी थी। जिसके बाद पदोन्नति के बाद वह वारंट ऑफिसर के पद पर दिल्ली में कार्यरत थे।

जोगियारा गांव में सैनिक रंजीत सिंह का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा तो गांव-घर में कोहराम मच गया। सेना के जवान सैनिक रंजीत सिंह का शव जैसे ही गांव पहुंचा चीख-पुकार मच गई। सेना के जवान को अंतिम विदाई देने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।

शहीद सैनिक रंजीत सिंह के शव को सेना के जवान गांव लेकर पहुंचे। जहां शव को एंबुलेंस से उतारकर तिरंगे से लपेटकर सेना के जवानों ने उनके पैतृक आवास पर सलामी दी। सैनिक रंजीत सिंह की अंतिम विदाई पर वहां खड़े सभी की आंखें नम हो आई।
