दरभंगा में कर्ज के बोझ से दबे एक ही परिवार के चार लोगों ने जहर खाकर अपनी जान लेने की कोशिश की हैं। बताते चलें कि यह मामला बिरौल थाना क्षेत्र के बलाठी गांव का हैं। जहां एक मां ने अपने तीन बच्चों के साथ जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की हैं। मालूम हो कि निजी फाइनेंस कंपनी से रोजगार के लिए महिला ने लोन लिया था। इसके एवज में प्रत्येक सप्ताह किस्त जमा करना होता हैं। लेकिन रविवार को किस्त के पैसे नहीं रहने से परेशान महिला ने अपनी जिंदगी खत्म करने की कोशिश में इस घटना को अंजाम दिया।

बताते चलें कि गांवों में कई सारे ऐसे निजी फाइनेंस कंपनियां हैं जो रोजगार के लिए महिला ग्रुप बनाकर उन्हें लोन देती हैं। इसमें कंपनी द्वारा किस्त तय किया जाता हैं, और किस्त का भुगतान साप्ताहिक करना होता हैं। राशि वसूली के लिए कंपनी में कार्यरत कर्मचारी आते हैं। वहीं ग्रुप में जुड़े सदस्यों से कंपनी द्वारा पहले ही शर्तनामा भरा लिया जाता हैं कि किस्त जमा नहीं करने पर कंपनी घर का पंखा, चापाकल, घर का सामान समेत अन्य सामानों को खोलकर ले जा सकती हैं।

महिला किस्त जमा कर पाने में असमर्थ थी, इसी परेशानी में अपने तीन बच्चों के साथ जहरीली दवा पी ली। महिला का पति मजदूरी करने के लिए घर से बाहर कहीं गया था और घर में सिर्फ मां और तीन बच्चें थे। मां ने पहले जहरीली कीटनाशक दवा पी और फिर बारी-बारी से बेटे-बेटी को पिला दिया। इसकी खबर जैसे ही आस पास में रहने वाले लोगों को पता चला, आननफानन में सभी को इलाज के लिए सीएचसी में भर्ती कराया। जहां सभी की हालत गंभीर देखकर डीएमसीएच रेफर कर दिया गया।
