कहते हैं कि प्यार अंधा होता हैं, पर क्या वाकई में प्यार अंधा होता हैं या इसमें हैवानियत की सारी हदें पार कर दी जाती हैं। दिल्ली में दिल-दहलाने वाली वारदात का खुलासा होने से लोग हक्के-बक्के रह गए हैं। दिल्ली में गर्लफ्रेंड की हत्या कर शव को कई टुकड़ों में रखकर ठिकाने लगाने वाले ब्वॉयफ्रेंड आखिरकार पांच महीने बाद गिरफ्तार हो गया हैं।

दरअसल दिल्ली में हुए इस पूरे प्रकरण पर प्रकाश डालते चले कि मुंबई की रहने वाली श्रद्धा वाकर और प्रेमी आफताब अमीन पूनावाला दिल्ली में आकर रहने लगे। श्रद्धा के माता-पिता ने बेटी के आफताब के साथ लीव इन रिलेशनशिप में रहने से मना कर दिया। इसका कारण भी बताया कि हम हिंदू हैं और लड़का मुसलमान। श्रद्धा के माता-पिता द्वारा आफताब के साथ रिश्ते में रहने से मना करने पर, श्रद्धा वाकर ने कहा कि मैं 25 साल की हूं और मुझे मेरे फैसले लेने का पूरा अधिकार हैं। मैं आफताब के साथ रहूंगी और अब से मैं आपकी बेटी नहीं, ऐसा समझ लो। इतना बोलकर श्रद्धा घर से जाने लगी।

माता-पिता के लाख समझाने और मना करने के बावजूद श्रद्धा वाकर अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ लीव इन रिलेशनशिप में रहने चली गई। जाने के बाद श्रद्धा अपने मां के संपर्क में हमेशा रही। उसने मां को बताया कि आफताब उससे लड़ता-झगड़ता हैं और मारपीट भी करता हैं। श्रद्धा के पिता के कहे मुताबिक पत्नी की मृत्यु के बाद एक-दो बार बेटी से बातचीत हुई थी। बातचीत में श्रद्धा ने ये भी बताया कि आफताब मारता-पीटता हैं और ये बात उसने घर आकर सामने भी बताया था। जिसपर पिता ने आफताब को छोड़कर घर आने को कहा। लेकिन वह दोबारा आफताब के पास चली गई।

इसके बाद श्रद्धा के दोस्तों से पता चलता रहा कि कुछ भी अच्छा नहीं हैं मारपीट होती हैं। घर ना लौटने से नाराज़ पिता ने अपनी बेटी से कई महीनों तक बातचीत नहीं की। इसके बाद सितंबर माह में बेटे को श्रद्धा के दोस्त ने फोन पर बताया कि श्रद्धा का फोन करीब दो महीने से बंद आ रहा हैं। जिसपर पिता ने बेटी के दोस्त से बात की, उन्हें भी यही बात बताई गई। बेटी के नंबर पर कॉल किया तो नहीं लगा। जिसके बाद श्रद्धा वाकर के पिता ने मानिकपुर महाराष्ट्र में केस दर्ज कराया। पुलिस ने बताया कि लापता होने की जांच महाराष्ट्र पुलिस से दिल्ली में भेज दी हैं। पुलिस ने बताया कि दिल्ली के छतरपुर में श्रद्धा अपने ब्वॉयफ्रेंड आफताब के साथ रहती थी।

जिस प्रेमी के साथ रहने के लिए श्रद्धा ने अपने माता-पिता का घर छोड़ दिया, वो प्रेमी नहीं हैवान निकला। श्रद्धा का कत्ल कर आफताब ने लाश को कई टुकड़ों में काटा। यहां तक कि इन टुकड़ों को रखने के लिए फ्रीज भी खरीदा। आधी रात के बाद घर से प्रत्येक दिन निकलकर एक टुकड़ों को जंगल में फेंका करता था। लाश का पता ना चले इसके लिए अगरबत्ती और रूम फ्रेशनर का इस्तेमाल किया करता था। लेकिन पांच महीने के बाद आखिरकार पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।