
यूं तो मिथिला का डंका देशभर में बज रहा हैं। जिसमें मधुबनी पेंटिंग, मिथिला के माछ-मखान और पान देशभर के साथ-साथ विदेशों में भी फेमस हैं। लेकिन अब इसमें एक और नयी उपलब्धि जुड़ गई हैं। अब मिथिला का “झा जी” अचार की ख्याति ने एक बार मिथिलांचल का नाम चर्चा में ला दिया हैं। “झा जी” अचार को देशभर में फेमस बनाने के पीछे दरभंगा की ननद-भाभी की जोड़ी का कमाल हैं।

जी हां “झा जी” अचार आज देशभर में बड़ा ब्रांड बन गया हैं। दरभंगा की ननद-भाभी की जोड़ी ने ना सिर्फ इसे बड़ा ब्रांड बनाया हैं बल्कि अपने इस बिजनेस के माध्यम से सैकड़ों महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़कर रोजगार देने का प्रयास भी कर रही हैं। आगे इस ननद-भाभी के जोड़ी के बारे में जानकारी देते चले कि दरभंगा की रहने वाली कल्पना और उमा झा जिनकी उम्र 51-52 वर्ष हैं, इन्हें शार्क टैंक के सीजन-2 में बड़ा इन्वेस्टमेंट मिला हैं।

टीवी के रियलिटी शो शार्क टैंक इंडिया के सीजन -2 की पहले एपिसोड में दरभंगा की खुबसूरती के साथ ननद-भाभी की जोड़ी कल्पना झा और उमा झा को अपनी टीम के साथ अचार बनाते हुए दिखाया गया हैं। बता दें कि इस शो के पहले सीजन में भी ये पहुंची थी, परंतु “झा जी” अचार के लिए 10 प्रतिशत की हिस्सेदारी के बदले 50 लाख की मांग की गई थी। पहले सीजन में सभी शार्क ने उन्हें इतने पैसे देने में असमर्थता व्यक्त की। हालांकि उस समय शो में पैसा नहीं मिला, लेकिन अचार की मांग काफी बढ़ गई। यहां तक कि जो अचार तीन माह में नहीं बिकते उतनी एक रात में बिक गयी।

कोविड के समय एक ओर जहां पूरा देश जूझ रहा था, उसी समय ननद-भौजाई की जोड़ी ने मिलकर अचार का ऑनलाइन बिजनेस शुरू कर आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश की, और इसमें सफल भी रही। आज झा जी अचार के पीछे ननद-भौजाई की कामयाब जोड़ी का नाम “झा जी” अचार ब्रांड के रूप में जाना जा रहा हैं। चंद हजार रुपयों से अचार का बिजनेस आज लाखों तक जा पहुंचा हैं। इस अचार को शुरूआती में 2-4 लोगों की मदद से मिलकर पांच अलग-अलग प्रकार का अचार बनाकर “झा जी” अचार के नाम से प्रचार-प्रसार किया और ऑनलाइन ऑर्डर मिलने पर लोगों तक पहुंचाने का कार्य भी आरंभ कर दिया गया।

धीरे-धीरे बाजार में “झा जी” अचार अपनी पहचान बनाने में कामयाब होती गई और इसकी डिमांड में इजाफा होता गया। “झा जी” अचार ने बेहद कम समय में दिल्ली, मुंबई, समेत अन्य शहरों में अपनी घुसपैठ बना ली। इसके बाद “झा जी” अचार के ब्रांड को बड़ी पहचान तब मिली, जब टीवी शो शार्क टैंक इंडिया से ननद-भौजाई को बुलावा आया। इस शो में दोनों ने “झा जी” अचार के बिजनेस एवं प्रचार के लिए आर्थिक सहायता मांगी। जहां शो का प्रसारण तो हुआ लेकिन इन्हें कोई मदद नहीं मिली। परंतु टीवी पर आने के बाद “झा जी” अचार का नाम और प्रचार से इनके हौसले बुलंद हुए और फिर अचार की मांग बढ़ती चली गई।

और इसी दौरान टीवी शो शार्क टैंक के सदस्य उनके घर दरभंगा पहुंच गए, जहां फिर ननद-भाभी की जोड़ी को आर्थिक मदद के तौर पर 85 लाख रुपए का चेक दिया। इस चेक के मिलने के बाद दोनों अपने अचार के बिजनेस को एक फैक्ट्री के तौर पर विकसित करने की तैयारियों में जुट गई हैं। झा जी अचार का विदेशों में भी मार्केटिंग शुरू किया जाने लगा हैं। इनके अनुसार झा जी अचार की काफी डिमांड हैं और इतना ऑर्डर पूरा करना संभव नहीं हो पा रहा हैं। “झा जी’ अचार नींबू, इमली, लहसुन, आम-आंवला समेत कई किस्म के है, जो स्वाद में लाजवाब और स्वादिष्ट हैं। इनको देश के अलग-अलग हिस्सों में खाने में परोसा जाने लगा हैं। इस अचार को बनाने में देशी तरीके अपनाया जाता हैं। जहां पहले तो अच्छी तरह धूप में सुखाया जाता हैं, उसके बाद अच्छे तरीके से तैयार कर पैकिंग किया जाता हैं।