राजस्थान के कोटा में देश के सभी प्रांतों के बच्चे नीट और आइआइटी की तैयारी करने के लिए आते हैं। कोटा में कोचिंग संस्थानों की भरमार हैं, जो छात्रों को आइआइटी और नीट प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराते हैं। परंतु इस वक्त कोटा से जो खबर आई हैं वहां रहने वाले बच्चों के परिजनों के लिए डरावना हैं। बताते चलें कि कोटा में एक ही दिन छात्रों ने आत्महत्या कर लिया हैं। इसमें दो छात्र बिहार के और एक मध्यप्रदेश के रहने वाले थे।

इन छात्रों की उम्र 16, 17 और 18 साल थी। बताते चलें कि सुसाइड करने वाले बिहार के दो छात्र अंकुश और उज्जवल एक ही हॉस्टल में रहते थे। जिनमें एक इंजीनियरिंग की कोचिंग तो वहीं दूसरा मेडिकल की तैयारी कर रहा था। मध्यप्रदेश का छात्र प्रणव नीट की तैयारी करता था। सोमवार को अंकुश का दोस्त प्रिंस उसी इलाके में एक अलग हॉस्टल में रहता हैं, ये दोनों सुबह में साथ खाना जाते थे। अन्य दिनों की भांति सोमवार को सुबह 11 बजे के करीब कई बार उसने अंकुश को फोन किया, जिसे रिसीव नहीं किया गया। इसके बाद प्रिंस अन्य दोस्तों के साथ हॉस्टल पहुंचा तो रूम अंदर से बंद था।

कमरे को खटखटाने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला तो खिड़की से झांक कर देखा। जहां देखने पर वह फंदे पर लटका मिला। इसकी खबर पास के रूम में रहने वाले विधार्थी को दी और फिर हॉस्टल संचालक को यह सूचना दी। हॉस्टल संचालक ने तत्काल यह सूचना पुलिस को दी जहां मौके पर पुलिस पहुंची। रूम का लॉक तोड़ कर देखा तो वह फंदे से लटका मिला। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर नीचे उतारा। दोस्त के मुताबिक वह 15 दिन पहले ही घर से लौटा था।

वहीं अंकुश की डेड बॉडी को पुलिस नीचे उतार ही रही थी तभी एक अन्य रूम में रहने वाले लड़के की बहन आई और अपने भाई के रूम का दरवाजा खटखटाया। लेकिन गेट नहीं खुला। इसके बाद पुलिस ने उज्जवल के रूम का भी लॉक तोड़ा, जहां उज्जवल फंदे से लटका मिला। उज्जवल की बहन भी कोटा में रहकर कोचिंग कर रही हैं। कोटा के तलवंडी इलाके में कृष्ण कुंज पीजी हॉस्टल में एक छात्र के खुदकुशी मामले को लेकर पुलिस पहुंची थी, लेकिन वहां दो छात्र के सुसाइड करने की घटना सामने आई।

वहीं कोटा के कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र में एक छात्र ने जहर खाकर सुसाइड कर लिया। मृतक मध्यप्रदेश के शिवपुरी का रहने वाला था। मृतक प्रणव वर्मा दो साल से कोटा के एक हॉस्टल में रहकर नीट की तैयारी कर रहा था। हॉस्टल में रविवार की रात जब एक बच्चा पानी भरने के लिए उठा तो प्रणव बेहोश दिखा। इसकी खबर उसने तुरंत हॉस्टल संचालक को दी। प्रणव को तत्काल हॉस्टल संचालक और अन्य बच्चे अस्पताल ले कर पहुंचे, पर तब तक प्रणव की मौत हो गई। मालूम हो कि कोटा शहर में इस तरह की घटनाएं बराबर घट रही हैं जो कि काफी दुखद हैं।
