देश की सबसे सर्वोच्च और प्रतिष्ठित परीक्षा यूपीएससी परीक्षा 2022 में मिथिला के लाल शुभम कुमार झा ने 41वां रैंक हासिल किया हैं। महज 23 साल की उम्र में शुभम कुमार झा ने अपने पहले प्रयास में ही यूपीएससी परीक्षा को क्रैक कर सबको अचंभित कर दिया हैं। शुभम के बारे में बता दें कि वे मधुबनी जिले के खुटौना के रहने वाले हैं। शुभम के पिता मिडिल स्कूल के प्रभारी एचएम हैं।

बचपन से ही शुभम अपने स्कूल में आईएएस या आईपीएस ऑफिसर को देखकर प्रभावित होते रहते थे। सोसायटी में उनकी वैल्यू का पता चलता था और इसी को लेकर उनका सपना था कि आगे आईएएस ही बनना हैं। शुभम की पढ़ाई पूर्णिया के विधा बिहार आवासीय स्कूल से हुई। फिर आगे की पढ़ाई उन्होंने दिल्ली के हंसराज कॉलेज से की।

कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद शुभम ने यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला लिया। तैयारी के समय ही यह निश्चय कर लिया था कि बार-बार पढ़ने और तैयारी करने से अच्छा है कि एक ही बार अच्छे से तैयारी की जाए। लक्ष्य को लेकर शुभम ने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी। सफल होने के लिए शुभम कड़ी मेहनत करने के साथ-साथ टेस्ट भी देते थे।

शुभम के कहे शब्दों में टेस्ट देने के साथ उसे एनेलाइज भी करते रहता था। प्रीलिम्स के सैंकड़ों टेस्ट दिए, साथ ही मेंस के कई टेस्ट दिए। 25 मॉक इंटरव्यू भी दिए, जिससे तैयारी किस लेवल की हैं ये पता चलता था। इसी अथक परिश्रम का फल था कि शुभम ने अपने पहले प्रयास में ही यूपीएससी परीक्षा में ना सिर्फ सफल हुए बल्कि 14वां रैंक प्राप्त किया। शुभम कुमार झा को विदेश सेवा मिलेगी। शुभम की सफलता से पूरे इलाके में हर्ष का माहौल हैं। उनके घर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ हैं। शुभम ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और गुरुजनों को दिया हैं।