शारदीय नवरात्र आज से आरंभ होने जा रहा है, वहीं इसको लेकर वातावरण अभी से भक्तिमय हो गया है। बताते चलें कि आज से मां भगवती की उपासना एवं आराधना को लेकर भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा है। पिछले साल की अपेक्षा इस बार दुर्गापूजा पंडाल को विशेष रूप दिया जा रहा हैं, भक्तों का उत्साह चरम पर हैं। भक्तगण पूजन की तैयारी को लेकर जुटे हुए हैं। वहीं सार्वजनिक पूजा पंडालों में प्रतिमा के निर्माण के साथ पंडालों का काम तेजी से किया जा रहा है।
नौं दिन मां दुर्गा की विधिवत पूजा-पाठ

आश्विन मास की प्रतिपदा तिथि से शुरू होने वाले शारदीय नवरात्र काफी खास है। क्योंकि इस बार मां दुर्गा का आगमन हाथी में सवार होकर होगा। यूं तो नवरात्र की तैयारी अधिकतर घरों में हो चुकी है। पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के साथ शारदीय नवरात्र आरंभ हो गया हैं। इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधिवत पूजा-पाठ की जाएगी। हिंदू धर्म में नवरात्र का काफी अधिक महत्व है। नवरात्र के पहले दिन मां दुर्गा की प्रतिमा के साथ कलश स्थापना की जाती है। इसके साथ ही नवमी तिथि को पूजा करने के बाद शुभ मुहूर्त पर नवरात्र का पारण किया जाता है। इस साल शारदीय नवरात्र काफी शुभ संयोग में पड़ रही है।
शारदीय नवरात्र पर बन रहा खास संयोग

इस साल शारदीय नवरात्र सोमवार के दिन शुरू हुआ हैं। जो काफी शुभ माना जाता है। 26 सितंबर के दिन सोमवार पड़ने के साथ-साथ शुक्ल और ब्रह्न योग बन रहा है। इस शुभ योग में मां दुर्गा और उनके नौ स्वरूपों की पूजा करने से कई गुना अधिक फलों की प्राप्ति होती हैं।
मां दुर्गा का आगमन इस तरह

हर साल नवरात्र के दिन मां दुर्गा अलग-अलग वाहनों में सवार होकर धरती में पधारती हैं। बता दें कि मां दुर्गा के वाहनों की गणना सप्ताह के दिन के हिसाब से होती है। इस साल शारदीय नवरात्र सोमवार से शुरू होने के कारण मां हाथी में सवार होकर आ रही है। मां दुर्गा का वाहन से आना शुभ माना जाता है। हाथी की सवारी का मतलब है कि अधिक वर्षा होना। पृथ्वी में हर जगह हरियाली और खुशहाली होगी।